कविता तू दयानंद का वीर सिपाही …. August 13, 2025 / August 13, 2025 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment यदि रगों में तेरे लहू नहींतो जीने का क्या अर्थ हुआ ?यदि देशहित कुछ किया नहींतो जीवन तेरा व्यर्थ हुआ।है मातृभूमि का ऋण तुझ परउसको भी चुकाना है तुझको,यदि आतंकी खेती करता रहातो समझो बेड़ा गर्क हुआ।। तू राम की सेना का सैनिकआजाद हिंद का नायक है,तू दयानंद का वीर सिपाहीभगवा ध्वज का वाहक है।योगीराज […] Read more » तू दयानंद का वीर सिपाही ….