राजनीति थुरूर के पर कतरने से कतराती कांग्रेस October 4, 2009 / December 26, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on थुरूर के पर कतरने से कतराती कांग्रेस किसी भी संगठन के लिए अनुशासन से बढ़कर कोई चीज नहीं होती है। इतिहास गवाह है कि गैर अनुशासित व्यक्तित्व या संगठन के धराशायी होने में समय नहीं लगता है। भाजपा में कुछ सालों से अनुशासनहीनता चरम पर रही है, यही कारण है कि अटल बिहारी बाजपेयी के परोक्ष तौर पर सक्रिय राजनीति को गुडबाय […] Read more » Thuroor थुरूर