सार्थक पहल संघर्ष कभी शब्दों के मोहताज नहीं रहे April 23, 2018 by दिलीप बीदावत | 1 Comment on संघर्ष कभी शब्दों के मोहताज नहीं रहे दिलीप बीदावत शब्द जब सियासत के लिए आफत बन जाते हैं या शब्द की अवधारणा से उजागर समाज के किसी वर्ग विषेष के जीवन स्तर के सुधार में कामयाबी हासिल नहीं होती है, तो शब्द को बदलने या प्रतिबंधित करने की प्रथा सच्चाई को तो नहीं छिपा सकती। हाल ही में सरकार ने दलित शब्द […] Read more » Featured उत्पीड़न जातियों दलन दलित शब्द धर्मों लिंग आधारित भेदभाव शोषण