महिला-जगत विविधा माहवारी पर विमर्श : बस, सुर्खियों में बने रहने की चाहत April 7, 2015 / April 11, 2015 by व्यालोक पाठक | 3 Comments on माहवारी पर विमर्श : बस, सुर्खियों में बने रहने की चाहत व्यालोक पाठक हमारे-आपके लिए इसका अंदाज़ा भी लगा पाना मुश्किल है कि महिला सशक्तिकरण में भला माहवारी की क्या भूमिका हो सकती है, लेकिन हालिया कुछ विमर्शों को देखें तो यही कहना पड़ेगा कि सशक्तिकरण में माहवारी की महती भूमिका है। नारीवादी आंदोलन महिलाओं के शरीर को लेकर पहले भी मुखर रहा है, लेकिन इसकी […] Read more » Featured नारीवाद माहवारी स्त्री विमर्श
महिला-जगत मर्दवादी महिषासुर और स्त्रीवादी दुर्गा – सारदा बनर्जी January 12, 2013 by सारदा बनर्जी | Leave a Comment लोग स्त्री पर जब भी बात करते हैं तो उसे मां, बहन, बीवी, चाची, बुआ, ताई के नज़रिए से देखने पर ज़ोर देते रहते हैं। लेकिन वे स्त्री को एक नागरिक के नज़रिए से नहीं देख पाते। एक स्त्री की सबसे अहम और आधुनिक पहचान नागरिक की पहचान है। वह मां, बहन, बीवी, चाची से […] Read more » नारीवाद मर्दवाद