विविधा भावी भारत, युवा और पण्डित दीनदयाल उपध्याय February 16, 2016 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on भावी भारत, युवा और पण्डित दीनदयाल उपध्याय डाॅ. सौरभ मालवीय 1947 में जब देश स्वतंत्र हुआ तो देश के सामने उसके स्वरूप की महत्वपूर्ण चुनौती थी कि अंग्रेजों के जाने बाद देश का स्वरूप क्या होगा। कांग्रेसी नेता सहित उस समय के अधिकांश समकालीन विद्वानों का यही मानना था कि अंग्र्रेजों के जाने के बाद देश अपना स्वरूप स्वतः तय कर लेगा, […] Read more » Featured पण्डित दीनदयाल उपध्याय भावी भारत युवा