समाज हमारे मुसलमान भी क्या मुसलमान हैं? April 18, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment तीन तलाक, निकाह हलाला, बहुपत्नीवाद, पशु-बलि, बुर्का, मांसाहार, ताबीज, आदि ये सब बातें किसी भी धर्म के शाश्वत और सार्वदेशिक लक्षण नहीं हो सकते। इन्हें देश-काल के मुताबिक बदलते रहना चाहिए। यही बात शरिया, रोमन और ग्रीक लॉ पर भी लागू होती है। आज स्त्री-पुरुष समानता का युग है। इसमें यदि आदमी तीन बार बोलकर औरत को तलाक दे सकता है तो औरत भी तीन बार बोलकर आदमी को Read more » ताबीज तीन तलाक निकाह हलाला पशु बलि बहुपत्नीवाद बुर्का मांसाहार मुसलमान हमारे मुसलमान
कला-संस्कृति जन-जागरण पशु बलि ,संस्कृति और न्यायालय – डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री October 19, 2014 / November 15, 2014 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment संस्कृति दरअसल मानव प्रगति की यात्रा का ही दूसरा नाम है । जीव जीव का भोजन है , यह आदिम प्रवृति की सब से बड़ी पहचान है । आदिम प्रवृत्तियों पर नियंत्रण ही सांस्कृतिक उत्थान की पहचान है । सभी जीवों में से मानव को ही सबसे ज़्यादा बुद्धिमान माना जाता है । अब देखना […] Read more » पशु बलि
धर्म-अध्यात्म विश्ववार्ता पशु बलि विरोधियों का पाखंड December 14, 2009 / December 25, 2011 by विजय कुमार | 4 Comments on पशु बलि विरोधियों का पाखंड इन दिनों दक्षिण नेपाल के बाराह जिले में स्थित गढ़ीमाई मंदिर में मेला लगा है। यह मेला प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष मास (नवम्बर-दिसम्बर) में होता है। इस बार यह 17 नवम्बर को शुरू हुआ है, और 16 दिसम्बर तक चलेगा। एक अनुमान के अनुसार भारत और नेपाल से 40 लाख लोग इसमें भाग लेंगे। नेपाल में परम्परागत […] Read more » Animal sacrifice पशु बलि