व्यंग्य व्यंग्य/पुलिस के डंडे का नागरिक-अभिनन्दन February 3, 2011 / December 15, 2011 by गिरीश पंकज | Leave a Comment गिरीश पंकज हे पुलिसजी के डंडे…. आपको दूर से नमन. आप जैसे तेलपीऊ-डंडे ने इस देश की जो सिरतोड़-फोड़ सेवा की है, उसके आगे हमसब नतमस्तक है.इस डंडे को धारण करने वाली वर्दी को देख कर उसका काफिया वर्दी… बेदर्दी. गुंडागर्दी से भी मिला दिया जाता है. वैसे यह गलत है, अन्याय है. डंडे का […] Read more » police torture पुलिस के डंडे का नागरिक-अभिनन्दन