समाज चिंता का विषय है कुवारों की बढ़ती संख्या March 11, 2015 by बी.आर.कौंडल | Leave a Comment कहते है जब सृष्टि की संरचना हुई थी तो एक ही अदृश्य शक्ति पुंज से शिव व शक्ति के दो रूप प्रकट हुए जिससे एक मर्द और दूसरा औरत का रूप सृजित हुआ ताकि वे मनुष्यजाति में वंश वृद्धि कर सके | सृष्टि रचना में दोनों की समान भागीदारी मानी गई तथा […] Read more » अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कुवारों की बढ़ती संख्या घरेलू हिंसा निरोधक दहेज़ उत्पीड़ना बलात्कार सम्बंधी कानून बेटी बचाओ