Tag: बाल विवाह निषेध अधिनियम(1929) विशेष विवाह अधिनियम (1872

समाज

 ट्रिपल तलाक़:संस्थागत धर्म की सीमाएं तय करना जरूरी

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इंस्टैंट ट्रिपल तलाक़ पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला न्याय प्रक्रिया की बारीकियों के आधार पर मूल्यांकन करने पर एक संतुलित और तकनीकी दृष्टि से परिपूर्ण परंपरागत फैसला है किन्तु अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण यह ऐतिहासिक बनते बनते रह गया है। सर्वप्रथम पांच जजों की बेंच द्वारा दिए गए फैसले पर नज़र डालना आवश्यक है। […]

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