विविधा बेशर्म हैं नंगे-भूखे May 23, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | 1 Comment on बेशर्म हैं नंगे-भूखे -डॉ. दीपक आचार्य- दुनिया में खूब सारे लोग हैं जिन्हें न किसी की परवाह है, न कोई लाज-शरम। इन लोगों के लिए मर्यादाओं, नियम-कानूनों और अनुशासन से लेकर जीवन के किसी भी क्षेत्र में संस्कारों का कोई महत्त्व नहीं है। हमारे लिए इंसान के रूप में पैदा हो जाना ही काफी नहीं है बल्कि इंसानियत […] Read more » Featured बेशर्म हैं नंगे-भूखे समाज संस्कृति