धर्म-अध्यात्म असत्य का त्याग और सत्य का ग्रहण मनुष्य का कर्तव्य और धर्म’ January 12, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को मनुष्य इसके मननशील होने के कारण ही कहा जाता है। मनुष्य व पशु में अनेक समानतायें हैं। शारीरिक दृष्टि से दोनों के पास अपना अपना एक शरीर हैं जिसमें दो आंखे, नाक, कान, मुंह व पैर आदि हैं। दोनों के पास इन्द्रियां प्रायः समान हैं और दोनों को ही समान […] Read more » असत्य का त्याग त्याग मनुष्य का कर्तव्य और धर्म’ सत्य का ग्रहण