गजल साहित्य ममता कैसे अलग करोगे- श्यामल सुमन June 13, 2013 by श्यामल सुमन | Leave a Comment अलग अलग हैं नाम प्रभु के, प्रभुता कैसे अलग करोगे? सन्तानों के बीच में माँ की, ममता कैसे अलग करोगे? अपने अपने धर्म सभी के, पंथ, वाद और नारे भी हैं मगर लहू के रंग की यारो, समता कैसे अलग करोगे? अपने श्रम और प्रतिभा के दम, नर-नारी आगे बढ़ते हैं दे दोगे […] Read more » ममता कैसे अलग करोगे