हिंद स्वराज सुजलाम-सुफलाम-मलयज़-शीतलाम -भाग-[एक] May 31, 2011 / December 12, 2011 by श्रीराम तिवारी | 2 Comments on सुजलाम-सुफलाम-मलयज़-शीतलाम -भाग-[एक] ’धरती अपनी धुरी से आधा फुट दूर हटी’’और तेज हुई धरती के घूर्णन की गति’’दिन छोटे और रात बड़ी होने लगी ” धरती खिसकी, धरती खतरे में,बचा सको तो बचा लो इस धरती को. ” इस तरह के अन्य अनेक डरावने और भयानक शीर्षकों वाले आलेखों और विभिन्न सूचना माध्यमों की और से तार्किक-अतार्किक,पुष्ट-अपुष्ट,वैज्ञानिक-अवैज्ञानिक समाचारों […] Read more » मलयज़ शीतलाम सुजलाम सुफलाम