कविता मां बाप और औलाद June 26, 2020 / June 26, 2020 by आर के रस्तोगी | 2 Comments on मां बाप और औलाद धूप में बाप और चूल्हे पर मां,औलाद के लिए है जलती ।तब कहीं जाकर औलाद मां बाप से है पलती ।। निकाल देती है औलाद जब मां बाप को घर से बाहर।यहीं औलाद बुढ़ापे में मां बाप को है खलती।। औलाद की तरक्की देख कर दुनिया है जलती।मां बाप की दुआए औलाद को हमेशा है […] Read more » मां बाप और औलाद