राजनीति साहित्य साहित्य में राजनीति एजेंडा July 13, 2011 / December 9, 2011 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on साहित्य में राजनीति एजेंडा सुभद्रा कुमारी चौहान की कविता झांसी की रानी में बदलाव प्रमोद भार्गव राजनीति के स्तर पर अब तक पाठ्य पुस्तकों में इतिहास के पन्नों को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत करने की कोशिशें होती रही हैं। नए तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर ऐसा संभव भी है। लेकिन इधर राष्ट्रवाद और राष्ट्रबोध का दंभ भरने वाली मध्यप्रदेश […] Read more » Rani of Jhansi झांसी की रानी राजनीति एजेंडा साहित्य सुभद्रा कुमारी चौहान