कविता राष्टीय बालिका दिवस पर January 24, 2022 / January 24, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment क्यो समझते लड़की है पराया धनऔर लड़का है अपने घर का धन,जबकि दोनो ही लेते है एक कोख से जन्म। दोनो की एक धरती,दोनो का एक गगन,दोनो का एक माली,दोनो का एक चमन।दोनो का एक घर है,दोनो का एक आंगन,फिर भी कहते है लड़की है पराया धन।और लड़का है अपने ही घर का धन।। दोनो […] Read more » on National Girl Child Day poem on National Girl Child Day राष्टीय बालिका दिवस पर