कहानी राष्ट्र वादी July 17, 2013 / July 17, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 7 Comments on राष्ट्र वादी भविष्य की कहानी क्या ऐसी होगी दरवाजे पर दस्तक हुई|”मम्मा मम्मा, बाहर कोई दरवाजा पीट रहा है”एक दस ग्यारह साल के बेटे ने अपनी मां को आवाज़ लगाई| “अब इतनी रात गये कौन आ गया”,वह बड़बड़ाआई|”पूछो कौन है,क्या काम है इतनी रात को?”उसने किचिन में से ही जोर से चिल्लाकर बेटे को […] Read more » राष्ट्र वादी