कला-संस्कृति पान-बताशे से प्रसन्न होने वाले विवाहों के देवता-हरदौल लाला May 19, 2020 / May 19, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवलोक कथाओं में नियतिप्रधान, व्यक्तिप्रधान, समाजप्रधान एवं जातिप्रदान विशेषणों का आधिक्य देखने को मिलता है। कुछ रचनायें व्यक्तिविशेष के माध्यम से उत्पन्न होती है तो कुछेक रचनाओं को जनसमुदाय द्वारा यथावत प्रस्तुत करने का चलन रहा है।व्यक्तिप्रधान रचनाओं का जन्म किसी कवि,लेखक की कृतियों-रचनाओं को आधार माना गया है।लोककथायें किसी समाज-जाति विशेष के व्यक्तित्व के […] Read more » विवाहों के देवता-हरदौल लाला