धर्म-अध्यात्म वैदिक ग्रंथों में भारतीय राष्ट्र की कल्याण कामना January 26, 2016 / January 26, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” पुरातन भारतीय परम्परानुसार जिस प्रकार एक जीवात्मा का निवास एक शरीर में होता है और परमात्मा का निवास इस विशाल ब्रह्मांड में है, ठीक उसी प्रकार देश एक शरीर है तो राष्ट्र उसकी आत्मा है। देश भौतिक तत्व है, दृश्यमान है, स्थूल है, दृश्य अर्थात दिखता है, जबकि राष्ट्र अदृश्य है, सूक्ष्म है, […] Read more » वैदिक ग्रंथों में भारतीय राष्ट्र की कल्याण कामना