समाज विवाह का उद्देश्य एवं वैदिक जीवन की श्रेष्ठता January 24, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment हमारा यह संसार वैदिक परम्परा के अनुसार 1,96,08,53,115 वर्ष पुराना है। इस संसार को बनाने वाले ईश्वर ने संसार को बनाकर सभी प्राणियों को बनाया और उसकी अन्तिम कृति थी ‘मनुष्य’। मनुष्य को बनाने के बाद इसके कर्तव्यों का ज्ञान कराना भी आवश्यक था। अतः ईश्वर ने इसकी पूर्ति के लिए मनुष्यों को स्वाभाविक ज्ञान […] Read more » विवाह का उद्देश्य वैदिक जीवन की श्रेष्ठता’