राजनीति लोकतंत्र शर्मिंदा है तानाशाही ज़िंदा है June 8, 2011 / December 11, 2011 by गिरीश पंकज | 1 Comment on लोकतंत्र शर्मिंदा है तानाशाही ज़िंदा है गिरीश पंकज दिल्ली में बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के साथ जो कुछ भी हुआ, उसे दुहराने की ज़रुरत नहीं. पूरी दुनिया ने भारतीय लोकतंत्र का तानाशाही चेहरा देख लिया है. सबके सामने कांग्रेस का वह चेहरा आखिर सामने आ ही गया, जो अब तक छिपा हुआ था. लोकतंत्र की आड़ में जिस तरीके की […] Read more » Democrate तानाशाही लोकतंत्र शर्मिंदा