कविता साहित्य श्रंगार रस के कवि June 8, 2013 / June 8, 2013 by बीनू भटनागर | 3 Comments on श्रंगार रस के कवि मित्र एक कविता लिखें, चित्र भी संग चिपकायें, चित्र देख कविता लिखें, या लिखकर गूगल पर जायें। शब्द जाल ऐसा बिछायें, हम उलझ उलझ रह जायें। श्रँगार मिलन की वेला मे हवा मे ख़ुशबू उड़ायें। सूखे पत्तो से भी , कवि उनकी आहट पाँयें। दूजे मित्र कविता लिखें, समय के घाव बतायें, विरह की […] Read more » श्रंगार रस के कवि