राजनीति साहित्य का प्रदेय – साहित्य परिषद् का अगला त्रेवार्षिक सोपान January 20, 2022 / January 20, 2022 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने साहित्य को “जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिंब” माना है। आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने साहित्य को “ज्ञानराशि का संचित कोश” व “समाज का दर्पण” कहा है। अनेकों विद्वानों, साहित्यकारों, संतो, महात्माओं के मतानुसार साहित्य समाज की प्रेरकशक्ति है। निस्संदेह समाज ने साहित्य की इस शक्ति को […] Read more » Delivery of literature - the next triennial stage of the Sahitya Parishad साहित्य परिषद् का अगला त्रेवार्षिक सोपान