कविता ||| एक नज़्म : सूफी फकीरों के नाम || August 3, 2015 by विजय कुमार सप्पाती | 1 Comment on ||| एक नज़्म : सूफी फकीरों के नाम || कोई पूछे की मैं हूँ कौन लोग कहते है की बावरा हूँ तेरी मोहब्बत में लोग कहते है की आवारा फिरता हूँ तेरी मोहब्बत में लोग कहते है की जुनूने साये में रहता हूँ तेरी मोहब्बत में ;सच कहता हूँ की क़यामत आये और मैं तुझसे मिल जाऊं तुझमे मिल जाऊं एक बार एक पर्वत […] Read more » सूफी फकीरों के नाम