कविता सोच में सुधार करो सोच से ही मानव या दानव बनता August 2, 2023 / August 2, 2023 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायक सोच में सुधार करो सोच से ही मानव या दानव बनता एक सोच वह भी थी जिससे पर्सिया और गांधार में शिक्षा और शांति थी दूसरी सोच वहाँ ऐसी आई, जिसने हिंसा और तबाही मचाई टूट गया पर्सिया ईरान इराक बना,गांधार कांधार बना तक्षशिला विश्वविद्यालय मिट्टी में मिल गया बना रावलपिंडी नारी […] Read more » सोच में सुधार करो सोच से ही मानव या दानव बनता