धर्म-अध्यात्म स्वस्थ मन सभी भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नतियों का आधार है July 1, 2020 / July 1, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य सामान्य मनुष्य आज तक अपनी आत्मा के अन्तःकरण में विद्यमान एवं कार्यरत मन, बुद्धि, चित्त एवं अहंकार उपकरणों को यथावत् रूप में नहीं जान पाया है। मनुष्य को मनुष्य उसमें मन नाम का एक करण होने के कारण कहते हैं जो संकल्प विकल्प व चिन्तन-मनन करता है। मनुष्य का मन आत्मा […] Read more » स्वस्थ मन
धर्म-अध्यात्म स्वस्थ मन, स्वस्थ तन और स्वस्थ समाज का द्योतक है ‘नाग पंचमी’ August 2, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- पर्व, त्यौहार और उत्सव दो तरह के होते हैं। शाश्वत और सामयिक। शाश्वत पर्व वे हैं, जो किसी विषय वस्तु विशेष के कारण से नहीं बल्कि नैसर्गिक आवश्यकता के अनुक्रम में मनाए जाते हैं। यथा बसंत पंचमी, मकर संक्रान्ति। इसी क्रम में नाग पंचमी का भी पर्व आता है। सामयिक पर्व वे हैं […] Read more » नागपंचमी स्वस्थ तन और स्वस्थ समाज का द्योतक है ‘नाग पंचमी’ स्वस्थ मन