लेख शख्सियत समाज जमा करें संवेदनाओं एवं प्रेम के रिश्तों की पूंजी को June 15, 2022 / June 15, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग – आज हर इंसान दुःखी है। कुछ दुःख तो बाहर से आता है और बहुत सारा दुःख हमारे भीतर ही विद्यमान है। बाहर का दुःख पदार्थजनित है और भीतर का दुःख अपवित्र सोचजनित। लेकिन एक बात निश्चित है कि अगर भीतर से पैदा होने वाले दुःख की रोकथाम कर ली जाये यानी भीतर […] Read more » Accumulate the capital of feelings and love relationships संवेदनाओं एवं प्रेम के रिश्तों की पूंजी