धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज की स्थापना एवं वेद प्रचार एक दैवीय एवं पुण्य कार्य March 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हम ऋषि दयानन्द सरस्वती द्वारा चैत्र शुक्ल पंचमी संवत् 1932 को आर्यसमाज की स्थापना के कार्य को एक दैवीय एवं पुण्य कार्य मानते हैं। इसका कारण यह है कि ऋषि दयानन्द जी का यह कार्य भी हमें सृष्टि के आरम्भ में ईश्वर द्वारा वेदोत्पत्ति […] Read more » and propagation of Vedas is a divine and virtuous work Establishment of Aryasamaj आर्यसमाज