कविता प्रेयसी – मिलन January 11, 2024 / January 11, 2024 by अजय एहसास | Leave a Comment पता नहीं कुछ वर्षों की या जन्मों का है सहारा ना तेरा ना मेरा कहता, कहता सब है हमारा उसे प्रेयसी ने जब प्रथम मिलन को पुकारा मन में खुशी लिए तुरत ही हो गया नौ दो ग्यारा मन में था डर, क्या करता पर यह ना सोचा क्या होगा तब जान जाये जब सबके […] Read more » beloved - union