धर्म-अध्यात्म आत्मा अविनाशी तथा इसका शरीर नाशवान है January 1, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य हम मननशील होने से मनुष्य कहलाते हैं। मनन हम सत्यासत्य व उचित अनुचित का ही करते हैं। सत्य व उचित बातों का आचरण करना धर्म और असत्य व अनुचित बातों का आचरण अधर्म होता है। धर्म पर चलना मनुष्य का कर्तव्य है। इसलिए कि इससे हमें सुख मिलेगा और यदि अधर्म का […] Read more » Body body is ruinous indestructible ruinous soul Soul is indestructible आत्मा अविनाशी शरीर नाशवान