कविता जातिवाद, वृन्दावन से लुम्बिनीवन तक February 3, 2022 / February 3, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकजातिवाद का जहरवृन्दावन से लुम्बिनीवन तकजस का तस पसरा पड़ा है! प्रिय दलित-अंत्यजो!ईश्वर-खुदा-भगवान भीहो सकते नहीं इस मर्ज की दवासदियों से सैकड़ों दिए इम्तहानपर क्या मिला तुम्हें आज तकएक अदद आदमी होने का सम्मान? तुम्हें शुद्ध करने में खुदभगवान हो गए अशुद्धबुद्ध से गांधी तक खूब फजीहत हुईतुम्हारी और तुम्हारे भगवान की भी! […] Read more » Casteism from Vrindavan to Lumbinivan जातिवाद वृन्दावन से लुम्बिनीवन तक