मनोरंजन जब कला बन जाए कारोबार! January 12, 2014 / January 12, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- किसी जमाने में जब कला का आज की तरह बाजारीकरण नहीं हो पाया था, तब किसी कलाकार या गायक से अपनी कला के अनायास और सहज प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती थी। शायद यही वजह है कि उस दौर में किसी गायक से गाने की फरमाइश करने पर अक्सर […] Read more » comedy show जब कला बन जाए कारोबार!
आलोचना लेख साहित्य “द्विअर्थी संवादों से भरे हुए हैं कॉमेडी शो” January 28, 2012 / January 28, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment लोग अपने व्यस्त जीवन से कुछ पल चुरा कर हंसना – हँसाना चाहते हैं और इसके लिए वो टी वी पर प्रसारित होने वाले कॉमेडी शो को देखते हैं लेकिन क्या सही मायनों में आज के हास्य शो को देख कर दर्शक हँसते हैं या उन्हें द्विअर्थी संवादों को झेलना पड़ता है. पूरा परिवार एक […] Read more » comedy show Double meaning conversation कॉमेडी शो द्विअर्थी संवादों