विविधा पराई बुद्धि से स्वकार्य संपन्न नहीं होते January 14, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on पराई बुद्धि से स्वकार्य संपन्न नहीं होते कुसुमलता केडिया कोई भी समाज तब तक स्वस्थ, सबल, स्वाधीन एवं प्रतिष्ठा संपन्न नहीं हो सकता जब तक उसकी सामूहिक बुध्दि जाग्रत एवं प्रदीप्त न हो। उधार की तलवार से लड़ाई तो हो सकती है, परंतु उधारकी बुध्दि से ऐश्वर्य एवं श्री की प्राप्ति असंभव है। पराई बुध्दि से स्वकार्य संपन्न नहीं होते, पराई सेवा […] Read more » Complete बुद्धि