कविता
कोरोना वारियर्स
/ by उमेश पंसारी
वो कर्मयोगी निष्ठा प्रतीक, कर्तव्य की राहों पर निर्भीक, अमर अजर अविनाशी है, वह धड़कन हिन्दुस्तानी है। जग में जब गूंजा हाहाकार, प्रचंड प्रलय लाया विकार, कोरोना से रक्षा हेतु, हुआ घरबंदी का जब विचार, श्वेत रंग के वस्त्रों में, रक्षक बन आया प्राणाधार, डॉक्टर की जो उपाधि है, वह धड़कन हिन्दुस्तानी है। कोरोना की […]
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