लेख किए का फल मिलना निश्चय March 25, 2025 / March 25, 2025 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हर वृक्ष लता से पूछा मैंने,तुम किस कारण यहां खड़े ?किस कारण तुम भोग रहे हो,फल कर्मों के बहुत कड़े ? वृक्ष लता एक सुर से बोले –नियम भंग के दोषी हैं हम।कठोर मिली है कारा हमको,दूर-दूर तक छाया है तम।। पाप रहा होगा छोटा सा,फल भयंकर विषधर सा।डंसता है दिन रात विषैला,कठोर न्याय है […] Read more » Definitely get the result of your actions