राजनीति शख्सियत समाज भारत राष्ट्र के महान शिल्पकार डा. अंबेडकर April 14, 2021 / April 14, 2021 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक डाॅ0 भीमराव रामजी आंबेडकर भारत राष्ट्र के महान शिल्पकार और सामाजिक एकता के प्रबल सूत्रधार थे। वे इसके लिए जीवन भर प्रयास करते रहे। जब उनको भारत सरकार अधिनियम 1919 तैयार कर रही साउथबोरोह समिति के समक्ष गवाही देने के लिए आमंत्रित किया गया तो उन्होंने सुनवाई के दौरान दलितों एंव अन्य धार्मिक […] Read more » Dr. Ambedkar the great architect of the nation of India डा. अंबेडकर
राजनीति संवैधानिक लोकत्रांत्रिक भारत के राष्ट्रपिता डॉ अम्बेडकर का 63 वा महापरिनिर्वाण दिवस December 5, 2019 / December 5, 2019 by आनंद जोनवार | Leave a Comment विश्व की महान विभूतियों में शामिल युग प्रवर्तक डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने विश्व के बदलते वातावरण में एक नई आर्थिक नीति के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक क्रांति को विश्व पटल पर रखा।1931 के गोलमेज सम्मेलन में श्रमिक भारत के करोड़ों दलितों की सामाजिक एवं आर्थिक दुर्दशा का चित्र ,अंग्रेजी शासकों से अधिकार […] Read more » Dr. Ambedkar डॉ अम्बेडकर डॉ अम्बेडकर का 63 वा महापरिनिर्वाण दिवस
शख्सियत समाज समाज को नई दिशा देने वाले डॉ. आम्बेडकर April 13, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment 14 अप्रेल 1891 जन्में डॉ. अम्बेडकर ने अपने कार्यों से भारत का इतिहास लिख दिया. यह वह समय था छुआ-छूत का मसला शीर्ष पर था और ऐसे में बाबा साहेब जैसे लोगों को आगे बढऩा बेहद कठिन था लेकिन कभी ‘कभी हार नहीं मानूगां’ के संकल्प के साथ उन्होंने सारे कंटक भरे रास्ते को सुगम बना लिया. कहते हैं, जहाँ चाह है वहाँ राह है। प्रगतिशील विचारक एवं पूर्णरूप से मानवतावादी बङौदा के महाराज सयाजी गायकवाङ़ ने भीमराव जी को उच्च शिक्षा हेतु तीन साल तक छात्रवृत्ति प्रदान की, किन्तु उनकी शर्त थी की अमेरिका से वापस आने पर दस वर्ष तक बङौदा राज्य की सेवा करनी होगी। भीमराव ने कोलम्बिया विश्वविद्यालय से पहले एम. ए. तथा बाद में पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। Read more » Dr. Ambedkar डॉ. आम्बेडकर समाज को नई दिशा देने वाले डॉ. आम्बेडकर
विविधा हिंदू समाज और राष्ट्र का सशक्तीकरण चाहते थे डॉ. अम्बेडकर May 3, 2014 by आर.एल. फ्रांसिस | 2 Comments on हिंदू समाज और राष्ट्र का सशक्तीकरण चाहते थे डॉ. अम्बेडकर -आर.एल. फ्रांसिस- वर्तमान समय में राजनीतिक सुविधा के हिसाब से हर कोई डॉ. अम्बेडकर को अपने अपने तरीके से परिभाषित करने में लगा हुआ है, कुछ उन्हें देवता बनाने में लगे हैं तो कुछ उन्हें केवल दलितों की बपौती मानते हैं और कई उन्हें हिन्दुओं के विरोधी नायक के रूप में रखते हैं। और तो […] Read more » Dr. Ambedkar डॉ. अंबेडकर डॉ. अंबेडकर की सोच