महिला-जगत स्त्री अस्मिता और पुरबिया संस्कृति July 28, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on स्त्री अस्मिता और पुरबिया संस्कृति -जगदीश्वर चतुर्वेदी स्त्री अपने शरीर के बारे में समझ बनाने के बाद ही उसे अस्वीकार या खारिज कर सकती है। इसके बाद ही सही रूप में लिख सकती है। पितृसत्ता और लिंगभेदीय संस्कृति की समाप्ति के बारे में लिखकर ही अर्थपूर्ण लेखन कर सकती है। दमन के बिना स्त्री की कल्पनाशीलता कभी खत्म नहीं होती, […] Read more » Female identity स्त्री अस्मिता