साहित्य कुछ पंक्तियाँ July 3, 2019 / July 3, 2019 by डा.सतीश कुमार | Leave a Comment उनका झूठ भी, हमारे लिए सच हो गया । लेकिन झूठ उन्होंने, इतना बोला,उनका सच भी, हमारे लिए अब झूठ हो गया । छोटे भी बड़ों के प्रेरक बन जाते हैं , पता ही नहीं चलता, कब छोटे बड़ों से बहुत बड़े हो जाते हैं। न सोच कि तेरे सामने जो खड़ा है ,वह चींटी […] Read more » few lines motivational