जन-जागरण कसौटी पर है खाद्यान्न की कमी March 2, 2011 / December 15, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment इंसान तभी तक जिंदा रह सकता है, जब तक उसका पेट भरा रहे। कहा भी गया है ॔भूखे पेट कोई भजन नहीं कर सकता है’। बावजूद इसके आज भी भारत में कृषि का क्षेत्र सबसे उपेक्षित है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महंगाई देश की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। सरकार भी इस वस्तुस्थिति को स्वीकार […] Read more » Food items खाद्यान्न की कमी
विविधा खाद्य सुरक्षा विधेयक में हैं अनगिनत पेंच September 16, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on खाद्य सुरक्षा विधेयक में हैं अनगिनत पेंच -लिमटी खरे आम आदमी से जुड़ा हुआ है खाद्य पदार्थों का मसला। कांग्रेस नीत संप्रग मनमोहन सिंह सरकार कभी भी मंहगाई के मसले पर एक बयान पर नहीं टिक सकी है। सदा ही सरकार की ओर से बयानबाजी आती रही है। इतिहास में यह संभवतः पहला मौका है जब मंहगाई इतने अधिक समय तक कायम […] Read more » Food items खाद्य पदार्थ
खेत-खलिहान जीन संवर्धित खाद्य पदार्थों पर क्यों मचा है बवाल August 11, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on जीन संवर्धित खाद्य पदार्थों पर क्यों मचा है बवाल -सतीश सिंह जीन संवर्धित खाद्य पदार्थ (जी एम फूड) से जुड़ा हुआ बिल ‘भारतीय जैव प्रौद्यौगिकी नियामक प्राधिकरण विधेयक-2009’ (बीआरएआई) को मानसून सत्र में पेश करने का मन सरकार बना रही है। बवाल इस बिल के पास के होने के बाद भारत में जी एम फूड के उपभोग से होने वाले खतरों को दृष्टिगत करके […] Read more » Food items जीन संवर्धित खाद्य पदार्थ