शख्सियत समाज गांधी का सेवा संकल्प October 1, 2016 by मनोज कुमार | Leave a Comment , उनके कहे अनुरूप जीवन जीना और दूसरों को सिखाना कि बापू कैसे सादगी भरा जीवन जीते थे,संभवत: इनके बाद शायद ही कोई दूसरा होगा. गांधी विश्व पुरुष हैं। स्वाधीनता, स्वदेशी, स्वराष्ट्र, स्वतंत्रता और समता, अहिंसा, सत्याग्रह और स्वच्छता सहित सारे मूल्य गांधीजी के लिए शब्द भर नहीं थे। उन्होंने सभी मूल्यों को सत्याग्रह की अग्नि आंच में तपाया था। Read more » Gandhi Ji गांधी गांधी का सेवा संकल्प सेवा संकल्प
कविता बडबडाहट……गाँधीजी कि पुण्यतिथि पर मेरी दो कड़वी कविताएँ May 16, 2012 / May 16, 2012 by अनुराग अनंत | 1 Comment on बडबडाहट……गाँधीजी कि पुण्यतिथि पर मेरी दो कड़वी कविताएँ कई बार आदमी कुछ कहना चाहता है पर कुछ कह नहीं पाता,ये कुछ न कह पाना उसे बहुत कुछ कहने के लिए मथ देता है,उस वक़्त उस आदमी की स्तिथि त्रिसंकू की तरह होती है वो ”कुछ” और ”बहुत कुछ” के बीच ”कुछ नहीं” को नकार कर खुद से ”कुछ-कुछ” कहने लगता है |ये ”कुछ-कुछ” […] Read more » Death Anniversary of Gandhi Ji Gandhi Ji गाँधीजी गाँधीजी कि पुण्यतिथि
हिंद स्वराज गाँधी जी और आज की तथाकथित यांत्रिक सभ्यता – भाग-1 October 24, 2009 / December 26, 2011 by गिरीश पंकज | 2 Comments on गाँधी जी और आज की तथाकथित यांत्रिक सभ्यता – भाग-1 ‘प्रवक्ता’ के माध्यम से ‘हिंद स्वराज्य’ पर गंभीर-विमर्श की एक सार्थक शुरुआत हुई. पूरी टीम को बधाई. अनेक विचार पढने के बाद मेरे मन भी हलचल हुई. सोचा, कि कुछ तो लिखा जाये. ‘हिंद स्वराज्य’ में गाँधी जी ने यंत्रो को लेकर भी गंभीर चर्चा की है. मै गाँधी जी के दर्शन के सन्दर्भ में […] Read more » Gandhi Ji Girish Pankaj Machinery Civilization गाँधी जी गिरीश पंकज यांत्रिक सभ्यता हिंद स्वराज