कला-संस्कृति आरक्षण नहीं संरक्षण दो July 5, 2012 / July 5, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on आरक्षण नहीं संरक्षण दो राकेश कुमार आर्य भारत की संस्कृति विश्व संस्कृति है। यह करोड़ों वर्ष से मानवता का दिग्दर्शन करती आयी है। संस्कृतियाँ कभी अनेक नहीं होती, अपितु संस्कृति सदा एक ही होती है। चूँकि संस्कृति धर्म-प्रेरित होती है। जैसे मनुष्य का धर्म मानवता एक है, उसी प्रकार उसकी संस्कृति भी सदा एक (मानव संस्कृति) ही रहती है। […] Read more » give reservation आरक्षण