विविधा ‘तेरा’ ‘मेरा’ ग्लोबल प्रेत February 27, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment प्रेत कभी अकेले नहीं आते हमेशा अनेक के साथ आते हैं। यह वर्णशंकर प्रेत है। यह आधा भारतीय है और आधा विलायती है। इसका राजनीतिक शरीर भी वर्णशंकर है। आधा ”हमारा” और आधा ”तुम्हारा”। यह अद्भुत मिश्रित क्लोन है। ग्लोबल कल्चर की उपज है। इसके कपड़े और मुखौटे जरूर राजनीतिक दलों के हैं किंतु इसकी […] Read more » Global प्रेत