सार्थक पहल मानवीय रिश्तों की गरिमा और अहमियत समझने की ज़रूरत है ! January 9, 2012 / January 9, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on मानवीय रिश्तों की गरिमा और अहमियत समझने की ज़रूरत है ! इक़बाल हिंदुस्तानी उस बूढ़ी मां की जान बचाकर मुझे बेशकीमती संतोष मिला है! आज पूंजीवाद और समाजवाद का अंतर धीरे धीरे हमारे सामने आने लगा है लेकिन दौलत और शौहरत के पुजारी मुट्ठीभर लोग इस सच्चाई को लगातार झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं कि पैसा कमाने की होड़ समाज से रिश्ते नातों, धर्म, मर्यादा […] Read more » help to a older women इंसानियत मानवीय रिश्तों की गरिमा समाजिकता