विविधा तीसरी दुनिया बनाम साम्राज्यवाद का चरागाह February 9, 2011 / December 15, 2011 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on तीसरी दुनिया बनाम साम्राज्यवाद का चरागाह श्रीराम तिवारी विगत दिनों मुंबई पोर्ट से दो समाचार एक जैसे आये. एक -विदेशी आयातित प्याज बंदरगाहों पर सड़ रही थी . कोई महकमा या सरकार सुध लेने को तैयार नहीं ;परिणामस्वरूप देश में निम्नआय वर्ग की थाली से प्याज लगभग गायब ही हो चुकी थी. दूसरा समाचार ये था कि पश्चिमी विकसित राष्ट्रों का […] Read more » Imperialism साम्राज्यवाद