कविता आज के दफ्तरों पर एक कुण्डली June 27, 2019 / June 27, 2019 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on आज के दफ्तरों पर एक कुण्डली अफसर करे न अफसरी,बाबू करे न काम | चपरासी भी सो रहा,लेकर कुर्सी है थाम ||लेकर कुर्सी है थाम,अब कैसे काम चलेगा |रिश्वत देने वाला आये,पूरा ऑफिस दौड़ेगा ||कह रस्तोगी कविराय,कैसे सुंदर अवसर |ऊपर से नीचे तक भ्रष्ट है सब अफसर || आर के रस्तोगी मो 9971006425 Read more » horoscope in office