कविता सृष्टि के आरंभ में न सत था न असत था December 11, 2021 / December 11, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकऋग्वेद का कथन है सृष्टि के आरंभ मेंन सत था, न ही असत था,न वायु थान आकाश था, ना मृत्यु ना अमरता थीन रात थी, न दिन,न सांझ ना प्रभात! उस आरंभिक समय में केवल वही थाजो वायुरहित स्थिति में निज शक्ति सेश्वास ले जीवन की क्षमता रखता था,उसके सिवा कुछ भी जीवित […] Read more » In the beginning of creation there was neither true nor false सृष्टि के आरंभ में न सत था न असत था