विविधा ये उदारता कहीं ले न डूबे January 14, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on ये उदारता कहीं ले न डूबे विमल कुमार सिंह निश्चित रूप से भारत सनातनी परंपरा का देश है और ‘अतिथि देवो भव’ का संस्कार हमारी रगों में समाया है। पिछली सहस्राब्दियों में हमने अनगिनत समुदायों को अपने यहां प्रश्रय दिया। अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण जब यहूदी और पारसी अपने मूल स्थान पर सताए जा रहे थे तो हमने बाहें फैला […] Read more » Infiltration घुसपैठ
विविधा घुसपैठियों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई June 30, 2010 / December 23, 2011 by अनिल सौमित्र | Leave a Comment देश में तीन करोड़ से अधिक घुसपैठिए -अनिल सौमित्र घुसपैठ और सामान्य आवाजाही में फर्क है। दुनियाभर में अपनी आवश्यकताओं के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर आबादी की आवाजाही सामान्य बात है। लेकिन घुसपैठ सुनियोजित और रणनीतिक है। अर्थात भारत में घुसपैठ आवश्यकता या परिस्थितियों के कारण नहीं बल्कि किसी खास मकसद का […] Read more » Infiltration घुसपैठ