विविधा बुद्धिजीवियों की आंतरिक गुलामी की मुक्ति तलाश में April 3, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on बुद्धिजीवियों की आंतरिक गुलामी की मुक्ति तलाश में आंतरिक गुलामी से मुक्ति के प्रयासों के तौर पर तीन चीजें करने की जरूरत है, प्रथम, व्यवस्था से अन्तर्ग्रथित तानेबाने को प्रतीकात्मक पुनर्रूत्पादन जगत से हटाया जाए, दूसरा, पहले से मौजूद संदर्भ को हटाया जाए, यह हमारे संप्रेषण के क्षेत्र में सक्रिय है। तीसरा, नए लोकतांत्रिक जगत का निर्माण किया जाए जो राज्य और आधिकारिक […] Read more » Inteligent बुद्धिजीवियों