राजनीति बाज़ारवाद के इस दौर में क्या ग्राहक वाकई राजा है? March 16, 2023 / March 16, 2023 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आज हम जिस दौर में जी रहे हैं वो है बाज़ारवाद और उपभोक्तावाद का दौर। अब पहला प्रश्न यह कि इसका क्या मतलब हुआ? परिभाषा के हिसाब से यदि इसका अर्थ किया जाए तो वो ये होगा कि आज उपभोक्ता (यानी किसी भी वस्तु का उपयोग करने वाला) ही राजा है। खास बात यह है […] Read more » Is the customer really the king in this era of marketing?