लेख भगवान महावीर एक कालातीत संस्कृति April 3, 2023 / April 3, 2023 by ललित गर्ग | Leave a Comment – : समणी स्वर्णप्रज्ञा :- भारतीय संस्कृति ऋषि और कृषि प्रधान संस्कृति रही है। समय-समय पर विभिन्न ऋषियों, मुनियों संन्यासियों और पैगम्बरों ने अवतार लेकर इस घरा को पुनीत एवं पावन बनाया। उसी परम्परा में जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का नाम भी तेजस्वी सूर्य की तरह है, जिन्होंने अज्ञान रूपी अन्धकार को […] Read more » Lord Mahavir a timeless culture